अमरोहा की ताजा खबरें (20 जुलाई 2025 तक)

अमरोहा, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है, जहां हाल के दिनों में कांवड़ यात्रा से जुड़ी घटनाएं, अपराध, दुर्घटनाएं और सामाजिक सद्भाव की खबरें सुर्खियां बनी हुई हैं। यहां टॉप 10 प्रमुख खबरों का संक्षिप्त विवरण दिया जा रहा है, जो वेब सर्च और एक्स (पूर्व ट्विटर) से प्राप्त जानकारी पर आधारित हैं। ये खबरें जुलाई 2025 की हैं या हाल की हैं:

अमरोहा की ताजा खबरें (20 जुलाई 2025 तक)



  1. मुस्लिम समुदाय ने कांवड़ियों पर बरसाए फूल: अमरोहा के बछरायूं इलाके में मुस्लिम भाइयों ने कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्तों पर फूल बरसाए और फल-पानी बांटे, जो हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनी
  2. बाइक सवार ने कांवड़ियों को टक्कर मारी, हंगामा: हसनपुर-गजरौला मार्ग पर एक तेज रफ्तार बाइक ने कांवड़ियों को टक्कर मार दी, जिसके बाद कांवड़ियों ने बाइक सवार से उठक-बैठक लगवाई और हंगामा किया। पुलिस ने मामला सुलझाया।
  3. स्कूल वैन हादसा: शिक्षिका और छात्रा की मौत: अमरोहा में स्कूल वैन और ट्रक की टक्कर में एक शिक्षिका और छात्रा की मौत हो गई, जबकि 14 बच्चे घायल हुए।
  4. अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़: 16 जुलाई को पुलिस ने अमरोहा में एक अवैध हथियार फैक्ट्री पकड़ी, जहां से 7 लोग गिरफ्तार हुए।
  5. पुल धंसने की घटना: गजरौला इलाके में 6.25 करोड़ की लागत से बना नहर का पुल दो साल में ही धंस गया, निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठे।
  6. दो पक्षों में पथराव और संघर्ष: डिडौली इलाके के गंदासपुर गांव में मामूली विवाद पर दो गुटों में पथराव हुआ, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस जांच में जुटी।
  7. पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट: जून में अमरोहा के एक पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से 4 महिलाओं की मौत हुई, जांच जारी।
  8. पुलिस का साइबरसिक्योरिटी इंटर्नशिप प्रोग्राम: अमरोहा पुलिस ने योगी सरकार के तहत साइबरसिक्योरिटी इंटर्नशिप शुरू की, जो राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है।
  9. कांवड़ यात्रा में पुलिस की सेवा: अमरोहा पुलिस कांवड़ियों की मदद कर रही है, जिसमें पानी और सहायता प्रदान की जा रही है।
  10. स्वच्छता में अमरोहा का प्रदर्शन: अमरोहा जिला स्वच्छता रैंकिंग में राज्य में पांचवें स्थान पर पहुंचा, स्थानीय प्रशासन की सराहना।

अमरोहा में हिंदू-मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल: कांवड़ यात्रा में फूलों की बारिश और फलों का वितरण

अमरोहा, 20 जुलाई 2025: सावन का महीना आते ही उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में धार्मिक उत्साह का माहौल छा जाता है। लेकिन इस बार की कांवड़ यात्रा कुछ खास रही, जहां हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की एक ऐसी तस्वीर सामने आई जो पूरे देश को एकता का संदेश दे रही है। जिले के बछरायूं इलाके में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों पर फूलों की वर्षा की और उन्हें केले, फल व पानी बांटकर उनका स्वागत किया। यह दृश्य न सिर्फ दिल को छूने वाला था, बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल होकर लाखों लोगों तक पहुंच चुका है।

कांवड़ यात्रा हर साल लाखों शिव भक्तों को हरिद्वार से जल लेकर अपने गांव-शहरों तक ले जाती है। अमरोहा, जो मुरादाबाद मंडल का हिस्सा है, इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। लेकिन इस बार बछरायूं के मुस्लिम निवासियों ने एक अनोखी पहल की। स्थानीय मस्जिद कमिटी के सदस्यों और युवाओं ने सड़क किनारे स्टॉल लगाए, जहां से वे कांवड़ियों को ठंडा पानी, केले और अन्य फल बांटते नजर आए। ऊपर से फूल बरसाने का नजारा तो ऐसा था मानो कोई त्योहार मनाया जा रहा हो। एक स्थानीय निवासी मोहम्मद इरफान ने बताया, "हम सब एक ही देश के वासी हैं। कांवड़ यात्रा में आने वाले भाई थक जाते हैं, इसलिए हमने सोचा कि उनकी सेवा करके भाईचारे को मजबूत करें। यह हमारी परंपरा है।"

यह घटना ऐसे समय में हुई जब देश में कभी-कभी सांप्रदायिक तनाव की खबरें सुनाई देती हैं, लेकिन अमरोहा ने दिखाया कि सद्भाव अभी भी जिंदा है। पुलिस के अधिकारी भी इस पहल की सराहना कर रहे हैं। अमरोहा पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, "यह एकता की मिसाल है। हम यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, और ऐसे प्रयासों से हमारा काम आसान हो जाता है।" यात्रा में शामिल एक कांवड़िया, राहुल कुमार ने भावुक होकर कहा, "मुस्लिम भाइयों का यह स्वागत हमें और ज्यादा ऊर्जा देता है। भोले बाबा सबको एक रखें।"

स्थानीय प्रशासन ने भी इस घटना को प्रोत्साहित किया है। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि अमरोहा हमेशा से सद्भाव का प्रतीक रहा है, और ऐसी घटनाएं समाज को मजबूत बनाती हैं। वैसे, कांवड़ यात्रा के दौरान अमरोहा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। ड्रोन से निगरानी हो रही है, और पुलिस टीमें 24 घंटे तैनात हैं। लेकिन इस सद्भाव की खबर ने यात्रा को और ज्यादा यादगार बना दिया।

यह घटना न सिर्फ अमरोहा बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक उदाहरण है। जब देश में राजनीतिक या सामाजिक मुद्दों पर बहस होती है, तब ऐसी छोटी-छोटी कहानियां हमें याद दिलाती हैं कि इंसानियत से ऊपर कुछ नहीं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में ऐसी और मिसालें देखने को मिलेंगी, जो समाज को जोड़ेंगी न कि तोड़ेंगी। अमरोहा के लोग इस बार की यात्रा को हमेशा याद रखेंगे – फूलों की बारिश और भाईचारे के लिए।

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